Class 12th History ( कक्षा-12 इतिहास लघु उत्तरीय प्रश्न ) PART- 3
Q.1. उत्तरापथ से आप क्या समझते हैं ?
Ans ⇒ उत्तरापथ उस व्यापारिक मार्ग को कहते हैं, जो मौर्योत्तर युग में बहुत ख्याति प्राप्त था। यह मार्ग तक्षशिला से प्रारम्भ होकर पंजाब, दिल्ली, मथुरा, उज्जैन आदि मार्गों से होता हुआ भारत के पश्चिम तट पर स्थित भड़ौंच नामक स्थान पर समाप्त होता था।
Q. 2. हड़प्पावासियों द्वारा व्यवहृत सिंचाई के साधनों का उल्लेख करें।
Ans ⇒ हड़प्पा वासियों द्वारा मुख्यतः नहरें, कुएँ और तालाब जल संग्रह करने वाले स्थानों को सिंचाई के रूप में प्रयोग में लाया जाता था।
(क) अफगानिस्तान में सौतुगई नामक स्थल से हड़प्पाई नहरों के चिह्न प्राप्त हुए हैं।
(ख) हडप्पा के लोगों द्वारा सिंचाई के लिए कुओं का भी इस्तेमाल किया जाता था।
(ग) गुजरात के धोलावीरा नामक स्थान से तालाब मिला है। इसे कृषि की सिंचाई के लिए, पानी देने के लिए तथा जल संग्रह के लिए प्रयोग किया जाता था।
0.3. सिन्धु घाटी सभ्यता की, नगर योजना का वर्णन करें।
Ans ⇒ सिंधु घाटी के लोग नगरों में रहने वाले थे। वे नगर स्थापना में बड़े कुशल थे। उन्होंने हडप्पा, मोहनजोदड़ो, कालीबंगा, लोथल, रोपड़ जैसे अनेक नगरों का निर्माण किया। उनकी नगर व्यवस्था के संबंध में निम्नलिखित विशेषताएँ मुख्य रूप से उल्लेखनीय हैं
(i) हडप्पा संस्कृति के नगर एक विशेष योजना के अनुसार बनाये गये थे। इन लोगों ने बिल्कुल सीधी (90° के कोण पर काटती हुई) सड़कों व गलियों का निर्माण किया था, ताकि डॉ. मैके के अनुसार ‘चलने वाली वायु उन्हें अपने आप ही साफ कर दें।
(ii) उनकी जल निकासी की व्यवस्था बड़ी शानदार थी। नालियाँ बड़ी सरलता से साफ हो सकती थीं।
(ii) किसी भी भवन को अपनी सीमा से आगे कभी नहीं बढ़ने दिया जाता था और न ही बर्तन पकाने वाली किसी भी भट्टी को नगर के अंदर बनने दिया जाता था। अर्थात् अनाधिकृत निर्माण (unauthorised constructions) नहीं किया जाता था।
Q.4. ‘आश्रम’ के बारे में आप क्या जानते हैं ?
Ans ⇒ वैदिक काल में प्रत्येक व्यक्ति की आयु को 100 वर्ष मानकर उसे चार भागों (आश्रमों) में बाँट दिया गया। इन आश्रमों का विभाजन निम्नलिखित ढंग से किया जाता था :
(i) ब्रह्मचर्य आश्रम पहले 25 वर्ष की आयु तक।
(ii) गृहस्थ आश्रम 25 से .50 वर्ष की आयु तक।
(iii) वानप्रस्थ आश्रम 50 से 75 वर्ष की आयु तक।
(iv) संन्यास आश्रम 75 से 100 वर्ष की आयु तक।
Q.5. आप वैदिक संस्कृति के बारे में क्या जानते हैं ?
Ans ⇒ वैदिक साहित्य विशेषकर चार वेद ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद तथा अथर्ववेद जिस संस्कन भाषा में लिखे (या रचे) गए थे वह वैदिक संस्कृत कहलाती है। यह संस्कृत उस संस्कृत से कल कठिन एवं भिन्न थी जिसका प्रयोग हम आजकल करते हैं। वस्तुतः वेदों को ईश्वरीय ज्ञान के तल्य माना जाता था यह शुरू में मौखिक रूप में ही ब्राह्मण परिवारों से जुड़े लोगों तथा कुछ अन्य विशिष्ट परिवास्जनों को ही पढ़ाया-सुनाया जाता था। महाकाव्य काल में रामायण तथा महाभारत की रचना के लिए जिन संस्कृत का प्रयोग किया गया वह वैदिक संस्कृत से अधिक सरल थी। इसलिए वह संस्कृत और अधिक लोगों में लोकप्रिय हुई थी।
Related Post -
Class 12 History Long (5Mark) Question - History Long Q -1
- History Long Q -2
- History Long Q -3
- History Long Q -4
- History Long Q -6
Class 12 Geography Short (2Marks) Question
- Geography Short Question Part - 1
- Geography Short Question Part - 2
- Geography Short Question Part - 1
Class 12 Sociology Short (2Marks) Question
- Sociology Short Question Part - 1
- Sociology Short Question Part - 2
- Sociology Short Question Part - 1
- History Long Q -1
- History Long Q -2
- History Long Q -3
- History Long Q -4
- History Long Q -6
- Geography Short Question Part - 1
- Geography Short Question Part - 2
- Geography Short Question Part - 1
- Sociology Short Question Part - 1
- Sociology Short Question Part - 2
- Sociology Short Question Part - 1
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
If you have any doubt please let me know