Bihar Board Class 12th Hindi 100 Marks Question Answer 2021- Raj singh classes | BSEB board

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Bihar Board Class 12th Hindi Book Solutions  Chapter 1 बातचीत




सरांस -                                                                            पाठ - 1                                   
बातचीत 
बालकृष्ण भट्ट 
पाठ का सारांश 
प्रस्तुत कहानी बातचीत के लेखक महान पत्रकार बालकृष्ण भट्ट है। बालकृष्ण भट्ट का आधुनिक हिंदी गद्य के निर्माताओं में नाम आता है। बालकृष्ण भट्ट जी बातचीत निबंध के माध्यम से मनुष्य की ईश्वर द्वारा दी गई अनमोल वस्तु वाकशक्ति का सही इस्तेमाल करने को बताते हैं। महान लेखक बताते हैं कि यदि मनुष्य में वाकशक्ति ना होती तो हम नहीं जानते कि इस गूंगी सृष्टि का क्या हाल होता। सब लोग मानो लुंज-पुंज अवस्था में एक कोने में बैठा दिए गए होते। लेखक बातचीत के विभिन्न तरीके भी बताते हैं। जैसे घरेलू बातचीत मन रमाने का ढंग है। वे बताते हैं कि जहां आदमी की अपनी जिंदगी मजेदार बनाने के लिए खाने-पीने चलने फिरने आदि की जरूरत है उसी प्रकार बातचीत की भी अत्यंत आवश्यकता है। हमारे मन में जो कुछ गंदगी या धुआ जमा रहता है वह बातचीत के जरिए भाप बनकर हमारे मन से बाहर निकल पड़ता है| इससे हमारा चित्त हल्का और स्वच्छ हो जाता है| हमारे जीवन में बातचीत का भी एक खास तरह का मजा होता है| यही नहीं भट्ट जी बताते हैं कि जब मनुष्य बोलता नहीं तब तक उसका गुण दोष प्रकट होता है| महान विद्वान वेन जॉनसन का कहना है कि बोलने से ही मनुष्य के रूप का सही साक्षात्कार हो पाता है| वे कहते हैं कि चार से अधिक की बातचीत तो केवल राम रामौवल कह लाएगी| यूरोप के लोग को  बातचीत का हुनर है जिसे आर्ट ऑफ कन्वर्सेशन कहते हैं| बालकृष्ण भट्ट उत्तम तरीका यह मानते हैं कि हम वह शक्ति पैदा करें कि अपने आप बात कर लिया करो|




Hindi 100 Marks पाठ – 1 बातचीत OBJECTIVE 

1. बालकृष्ण भट्ट की रचना बातचीत क्या है ? (2018)

(A) एकांकी
(B) कहानी
(C) यात्रा संस्मरण
(D) ललित निबंध

 Answer ⇒ D

2. बालकृष्ण भट्ट किस युग के निबंधकार थे ?

(A) प्रसाद युग
(B) भारतेंदु युग
(C) द्विवेदी युग
(D) स्वातंत्र्योत्तर युग

 Answer ⇒ B

3. मनुष्य की बातचीत का उत्तम तरीका क्या है ?

(A) विद्वतापूर्ण बात करना
(B) तर्कपूर्ण बात करना
(C) भीड़ से बात करना
(D) अवाक् होकर अपने से बातचीत करना

 Answer ⇒ D

4. ‘संवाद’ में सबसे महत्त्वपूर्ण क्या है ?

(A) तर्क
(B) जिज्ञासा
(C) आत्मीयता
(D) प्रवाहपूर्ण भाषा

 Answer ⇒ C

5. बालकृष्ण भट्ट का जन्म हुआ था- (2019)

(A) 23 जून, 1884 को
(B) 23 जून, 1844 को
(C) 20 जुलाई, 1902 को
(D) 18 दिसम्बर, 1834 को

 Answer ⇒ B

6. ‘संयोगिता स्वयंबर’ रचना है-

(A) अलकृष्ण भट्ट की
(B) प्रतापनारायण मिश्र की
(C) श्रीनिवास दास की
(D) मैथिलीशरण गुप्त की

 Answer ⇒ C

7. कौन-सी रचना बालकृष्ण भट्ट की नहीं है ?

(A) नूतन ब्रह्मचारी
(B) सौ अजान एक सुजान
(C) सद्भाव का अभाव
(D) परीक्षा गुरु

 Answer ⇒ D

8. कौन-सी रचना बालकृष्ण भट्ट की है?

(A) रेल का विकट खेल
(B) कछुआ धरम
(C) रेणुका
(D) प्राच्यविद्या

 Answer ⇒ A

9. बालकृष्ण भट्ट ने कौन-सा मासिक पत्र निकाला था ?

(A) प्रताप
(B) कर्मवीर
(C) हिन्दी प्रदीप
(D) ज्योत्सना

 Answer ⇒ C

10. ‘बातचीत’ किस विद्या की रचना है?

(A) आलोचना
(B) गीत
(C) शोध
(D) निबंध

 Answer ⇒ D

11. राबिंसन कुसो ने 16 वर्ष के उपरांत किसके मुख से एक बात सुनी ?

(A) फ्राइडे के
(B) सन्डे के
(C) एडीसन के
(D) स्टील के

 Answer ⇒ A

12: ‘बातचीत’ शीर्षक निबंध के निबंधकार है – (2019)

(A) जयप्रकाश नारायण
(B) मोहन राकेश
(C) नामवर सिंह
(D) बालकृष्ण भट्ट

 Answer ⇒ D

13. बातचीत के माध्यम से बालकृष्ण भट्ट क्या बतलाना चाहते है ?

(A) बातचीत की शैली
(B) भाषण की शैली
(C) संवाद की शैली
(D) इनमें से कोई नहीं

 Answer ⇒ A

14. भट्टजी को किसने अँगरेजी साहित्य के एडीसन और स्टील की श्रेणी में रखा है ?

(A) हजारी प्रसाद द्विवेदी
(B) डॉ० नगेंद्र
(C) रामचंद्र शुक्ल
(D) रामविलास शर्मा

 Answer ⇒ C

15. बालकृष्ण भट्ट का निवास स्थान कौन-सा है ?

(A) लखनऊ, उत्तरप्रदेश
(B) इलाहाबाद, उत्तरप्रदेश
(C) मथुरा, उत्तरप्रदेश
(D) वाराणसी, उत्तरप्रदेश

 Answer ⇒ B

16. बालकृष्ण भट्ट ने किस पत्रिका का सम्पादन किया ?

(A) आर्यावर्त्त
(B) हुँकार
(C) हिन्दी प्रदीप
(D) पंजाब केसरी

 Answer ⇒ C

17. बालकृष्ण ने ‘हिन्दी प्रदीप’ नामक मासिक पत्रिका निकालना कब प्रारम्भ किया ?

(A) 1877
(B) 1888
(C) 1890
(D) 1894

 Answer ⇒ A

18. कौन-सी रचूना बालकृष्ण भट्ट द्वारा रचित नहीं है ?

(A) पद्मावती
(B) वेणी संहार
(C) मेघदूतम्
(D) मेघनाथ वध

 Answer ⇒ C

19. कौन-सा उपयास बालकृष्ण भट्ट द्वारा रचित है ?

(A) मैला आँचल
(B) गोदान
(C) सौ अजान एक सुजान
(D) अंतराल

 Answer ⇒ C

20. नाटक के प्रारम्भ में होनेवाले मंगल पाठ को क्या कहा जाता है ?

(A) भजन
(B) नांदी पाठ
(C) मंगलाचरण
(D) आरती

 Answer ⇒ B

21. रॉबिंसन क्रूसो को कब तक मनुष्य का मुख देखने को नहीं मिला ?

(A) 10 वर्ष तक
(B) 12 वर्ष तक
(C) 16 वर्ष तक
(D) 18 वर्ष तक

 Answer ⇒ C

22. ‘बोलने से ही मनुष्य के रूप का साक्षात्कार होता है। यह किसने कहा ?

(A) एडीसन
(B) बेन जानसन
(C) स्पेंसर
(D) मिल्टन

 Answer ⇒ B

23. ‘असल बातचीत सिर्फ दो व्यक्तियों में ही हो सकती है।’ यह किसका मत है?

(A) एडीसन
(B) बेन जानसन
(C) मिल्टन
(D) स्पेंसर

 Answer ⇒ A

24. एडीसन के अनुसार असल बातचीत कितने लोगों के बीच हो सकती है ?

(A) दो
(B) तीन
(C) चार
(D) पाँच

 Answer ⇒ A

25. बातचीत से मन किस प्रकार का हो जाता है ? 

(A) क्रोधपूर्ण
(B) भारी और बोझिल
(C) हल्का और स्वच्छ
(D) इनमें से कोई नहीं

 Answer ⇒ C

26. किसके न होने से सृष्टि गूंगी प्रतीत होती है ?

(A) श्रवणशक्ति
(B) वाक्शक्ति
(C) दिव्यशक्ति
(D) स्मरणशक्ति

 Answer ⇒ B

27. ‘आर्ट ऑफ कनवरसेशन’ कहाँ के लोगों में सर्वाधिक प्रचलित है ?

(A) अफ्रीका के
(B) भारत के
(C) यूरोप के
(D) कनाडा के

 

 Answer ⇒ C

28. बालकृष्ण किस काल के रचनाकार है ?

(A) आदिकाल
(B) भक्तिकाल
(C) रीतिकाल
(D) आधुनिक काल

 Answer ⇒ D

29. जैसा कम वैसा परिणाम किस लेखक द्वारा रचित प्रहसन है 

(A)  रामधारी सिंह दिनकर 
(B) जयप्रकास नारायण 
(C)  बालकृष्ण भट्ट 
(D) मोहन राकेश 

 Answer ⇒ C




Hindi 100 Marks पाठ – 1 बातचीत SUBJECTIVE 



 1 - अगर हममें वाक् शक्ति न होती तो क्या होता है ? 
उत्तर - कोई भी व्यक्ति अपने अनुभव की बातें दूसरों को नहीं कह पाता । सारी दूनिया गुंगी होती है । 

2. बात - चीत के सम्बन्ध में वेन डी जाॅनसन और एडीसन के क्या विचार है ?
उत्तर - वेन जाॅनसान के अनुसार बोलने से ही मनुश्य के रूप का साक्षात्कार होता है । एडिसन के अनुसार असल बात - चीत सिर्फ दो व्यक्तियों में हो सकती है । 

3. आर्ट - आफ कन्वरसेषन क्या है ? 
बोलने की वह कला जो सहज हो किन्तु सुनने पर कान को सुख मिले । बात-चीत करने वालों को रस मिले तथा एक दूसरे की चुतराई , योग्यता और दक्षता का पता चल जाय । 

4. मनुश्य की बात-चीत का उत्तम तरीका क्या हो सकता है ? इसके द्वारा वह कैसे अपने लिए सर्वथा नवीन संसार की रचना कर सकता है ? 
उत्तर - लेखक के अनुसार बात-चीत का सबसे उत्तम तरीका वह है जिससे आदमी अपने आप से बात कर लिया करे । किस तरीके से आदमी अपने मन की भी बात कहेगा और अपनी दृश्टि से संसार को भी देखेगा ? उसे अपनी जीभ और वृत्तियों पर नियंत्रण रखने की क्षमता आ जायेगी । किसी से षत्रुता नहीं रहेगी । अवाक बात-चीत लेखक के अनुसार परम पूज्य मंदिर है । परमार्थ का एक मात्र सोपान है । 

5. व्याख्या करें । 

क. हमारी भीतर मनोवृत्ति प्रतिक्षण नए - नए रंग दिखाया करती है , वह प्रापंचात्मक संसार का एक बड़ा भारी आईना है , जिसमें जैसी चाहो वैसी सूरत देख लेना कोई दुर्घट बात नहीं । 
उत्तर - बात - चीत षीर्शक निबन्ध से गृहीत इन पंक्तियों में मन की भीतरी वृत्तियों की विषेशता का उल्लेख बालकृश्ण भट्ट जी ने किया है । मन को लेखक ने दर्पण माना है । ष्ह दर्पण की तरह ही ग्रहणषील होता है । दर्पण के सामने जो भी रख देा उसका बिम्ब बन जायेगा । वह अच्छे -बूरे , अनुकूल प्रतिकूल का भेद नहीं करता है वैसे ही मन उस प्रपंच पूर्ण संसार के लेगो का जैसा-जैसा व्यवहार देखता है वैसा -वैसा ही ग्रहण करता चलता है । इससे व्यक्ति को संसार के वास्तविक रूप का ज्ञान हो जाता है , लोगों के असली - नकली व्यवहारों का पता चलता रहता है । व्यक्ति प्रपंचा का षिकार होने से बच जाता है । मन की वृत्तियों के बदलते रंगो के साथ संसार में घटित सारे व्यापारों का सही अनुभव पाना कठिन नहीं है । 

ख. सच है , जब तक मनुश्य बोलता नहीं तब तक उसका गुण  -  दोस प्रकट नहीं होता है । 

उत्तर - यह  उक्ति बालकृश्णि भट्ट के निबन्ध बात - चीत से गृहीत है । इसमें एक सर्वस्वीकृत और अनुभव सिद्ध तथ्य का कथन किया गया है। जबतक आदमी चुप रहता है । तबतक पता नहीं लगता कि उसका स्वभाव कैसा है , उसकी क्या है और उसका दूसरों के साथ व्यवहार कैसा है । लेकिन जब वह बोलने लगता है है तो जाने अनजाने उसका भीतरी और असली रूप व्यक्त हो जाता है । इससे लोगों को पता लग जाता है कि व्यक्ति का स्वभाव कैसा है ।  यह उक्ति बतलाती है कि भाशा व्यक्ति के समग्र व्यक्तित्व की अभिव्यक्ति है । 


Hindi 100 Marks पाठ – 1 बातचीत  VERY SHORT QUESTION 

                        
1. बालकृश्ण भट्ट ने किन - किन विधाओं में साहित्य रचना की है ?
उत्तर - भट्टजी ने निबन्ध , नाटक तथा उपन्यास की रचना की है । 

2. बात - चीत और व्याख्यान  (स्पीच) में क्या अन्तर है  ? 
उत्तर - बात - चीत अनौपचारिक तथा मन को रमाने वाली होती है । स्पीच में वक्ता का उद्देष्य श्रोता पर प्रभाव जामाना होता है । वह अपने वक्तव्य को प्रस्तुत करने में दक्षत, वाक् कला तथा ज्ञान तीनों का उपयोग करता है । वह कृत्रिम भी हो सकता है । लेकिन बातचीत सदा सहज होती है । 

3. बात - चीत से हमें क्या मिलता है  ? 
उत्तर - बात-चीत से मन में जमा मवाद या गुबार निकल जाता है । चित्त हल्का हो जाता है तथा एक खास तरह का मजा आता है जो मन को संतोश और सुख देता है ।  

4. क्या पंडितों के बीच के षब्दार्थ को बात-चीत कह सकते है  ? 
  उत्तर - नहीं । वह विवाद है जो झगड़ा और विरोध तथा जय - पराजय की भावना से युक्त होता है । उसका आनंद एकपक्षीय होता है । 

Hindi 100 Marks पाठ – 1 भासा की बात  Grammar
                               

1. राम - रमौवल का अर्थ है ? इसका वाक्य में प्रयोग करें । ?

उत्तर - राम - रमौवल ( ऊपरी बातों ) - चार लोगों से अधिक की बात-चीत केवल राम - रमौवल कहलाती है ।  

 2 - नीचे दिये गये वाक्यों से सर्वनाम छाँटें और बताएँ कि वे सर्वनाम के किन भेदों के अंतर्गत है - 
(क) कोई चुटीली बात आ गई हँस पड़े । 
(ख) इसे कौन न स्वीकार करेगा । 
(ग) इसकी पूर्ण षोभा काव्यकला प्रवीण विद्वानमंडली में है । 
(घ) वह प्रसंचात्मक संसार का एक बड़ा भारी आईना है । 
(ग) हम दो आदमी प्रेमपूर्वक संलाप कर रहे है । 
उत्तर - (क) कई   - अनिष्चयवाचक सर्वनाम 
       (ख) कौन - प्रष्नावाचक सर्वनाम ।
       (ग) इसकी  - सम्बन्धबोधक सर्वनाम 
      (घ) वह - पुरूशवाचक सर्वनाम 
     (ड.) हम - पुरूशवाचक सर्वनाम 

 3 - निम्नलिखित शब्द संज्ञा के किन भेदों के अंतर्गत है - 
उत्तर -  धुआँ , त्रिकोण , षेक्सपियर , मीटिंग , संसार , मंदिर 

उत्तर -शब्द            संज्ञा के भेद   
          धुआँ              जातिवाचक 
          त्रिकोण            संख्यावाचक 
          शेक्सपियर            व्यक्तिवाचक 
           मींटिंग              समूहवाचक 
           संसार              जातिवाचक 
           मंदिर                जातिवाचक    

प्रष्न 4 - निम्नलिखित वाक्यों से विषेशण चुने । 
(क) हम दो आदमी प्रेमपूर्वक संलाप कर रहे है । 
उत्तर - दो  
(ख) इसकी पूर्ण षोभा काव्यकला प्रवीण विद्वनमंडली में है । 
उत्तर - पूर्ण 
(ग) सुस्त और बोदा हुआ तो दबी बिल्ली का सा स्कूल भर को अपना गुरू ही मानेगा । 
उत्तर - सुस्त , बोदा , दबी 

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                                      Hindi 100 Marks पाठ – 2 उसने कहा था  सारांश


उसने कहा था 
                                                                                                                                        चन्द्रधर षर्मा गुलेरी 

 
पाठ का सारांश 




उसने कहा था सरांस 
 
सारांष : श्री चन्द्रधर षर्मा गुलेरी जी ने प्रस्तुत कहानी को पाँच दृष्यों में विभाजित किया है । पहले दृष्य में लहना सिंह जो 12 वर्ष का था की भेंट एक लडकी से होती है । कोई बार वह धत् कहकर भाग खड़ी होती है ।  यही प्रश्न वह कई मुलाकातों में करता है और लड़की धत् कहकर भाग जाती है । एक दिन वह लड़की लहना सिंह के पूछने पर कह देती है कि - हाँ हो गई , देखते नही यह रेषम के फूलों वाला शाल । जवाब सुनकर लहना सिंह को प्रेममय क्लेष होता है । उस आठ वर्श की लड़की की शादी हो जाती है । 
वही लहना सिंह 37 की उम्र में सेना की छुट्टी पर घर आता है । वह एक चिट्ठी सुबेदार हजारा सिंह को देने उनके घर जाता है । हजारा सिंह की पत्नी उसे पहचान लेती है । सुबेदारनी उसे 25 वर्श पुरानी मुलाकातों की याद दिलाती है तो लहना सिंह की सुध जागजाती है । सुबेदारनी लहना सिंह के आगे दुखड़ा रोती है । उसके चार बेटै मर गए और एक ही बचा है । वह लहना सिंह से अपने पति और पुत्र की जान की रक्षा की भिक्षा मांगती है । लहना सिंह ने उस लड़की को बचपन में घो़ड़े से बचाया था । आज फिर वह लड़की उसके सामने आंचल पसार देती है । सूबेदारनी की याचना उसके फौजी जीवन का परमार्थिक कत्र्तव्य बन जाता है । एक बार जर्मनी और फ्रांस  के बीच घनघोर लड़ाई छिड़ जाती है । उस लड़ाई में भारतीय सैनिक की ओर से वह , हजारा सिंह और उसका पुत्र भी मैदान में है । लहना सिंह को सेना के एक नकली अफसर पर षक होता है और वह सर उस पर निगाहें लगाए रहता है । ज्योहि वह अफसर हजारा सिंह पर गोली चलाता है लहना सिंह उफसर को गोली से मार देता है । लेकिन स्वंय घायल हो जाता है । 
 लहना सिंह का वह व्यवहार हजारा सिंह को बहुत प्रभावित करता है । एक दिन हजारा सिंह घर जा रहा होता है तो लहना सिंह उससे कहता है  कि सूबेदारनी से कहना कि लहना से जो कहा था वह काम पूरा करर दिया है । यहँा कहानी के षर्शक का औचित्य स्पश्ट हो जाता है । एक दिन अपने पूत्र की याद करते घावों के दर्द से उसकी मौत हो जाती है । 
इस प्रकार गुलेरी जी ने इस कहानी में जीवन की षष्वक स्वाभाविकता का उल्लेख किया किया है । बचपन से ही लहना के चरित्र में राग - तत्व प्रमुखतम रहता है । उसके जीवन में सर्वप्रथम इनका ही उदय होता है । दूकान पर जिस लड़की से भेट होती है उससे वही बातें प्रारम्भ करता है , वही प्रष्न करता है कि उसकी सगाई हो गयी है या नहीं और लड़की की सगाई हो जाने का पता पाने के बाद वहीं गहरे तक  हिल जाता है । इन घटनाओं का लड़की पर कोई प्रभाव (अंातरिक) नहीं पड़ता । 
सयाना होने के बाद लहना सिंह सर्वथा विरूद्ध परिस्थिति और पेषे में बचपन की उस घटना को भूल चुका होता है । ऐसा कहानीकार गुलेरीजी बाताते है । परन्तु तथ्य यह है कि उस घटना 
का घाव बगल में ही कहीं दबा होता है । ज्योहि सूबेदारनी उस घटना की स्मुति दिलाती है , उसका वह दबा राग - तत्व पुनः प्रमुखतम बन आता है ।  परन्तु तब तक उसके साथ मर्यादाषीलता का तत्व भी पल्लवित हो चुका है । मर्यादाषीलता ही है । परन्तु तब तक उसे साथ मर्यादाषीलता के तत्व भी है । फिर भी उसके चरित्र में उसका दर्जा तो दूसरा हो जाता है । अंत में स्पश्ट होत है कि युद्ध के मैदान में प्रदर्षित उसक सारी वीरता की समय -सीमा उसने कहा था की सार्थकता की थी । उसपर न वह अपना अधिकार जामा सकता था और न ही उसके अभाव के बावजूद अपने जीवन में किसी सार्थकता की संभावना कर सकता था और ना ही उसके अभाव के बावजूद अपने जीवन में किसी सार्थकता की संभावना कर सकता था । दो-दो गोलियाँ खाकर भी लड़ते रहना और गहरे घाव की जानकारी किसी केा नहीं देने की बात उसकी वीरता तथा ध्ीरता को देखते हुए सर्वथा तर्कसंगत-लगती है , परन्तु घायलों की गाड़ी में स्वष्ं नहीं चढ़ने का निर्णय यही सिद्ध करता है  ।कि प्रेम - पात्र की मांग पूरी करने के बाद उसने अपना जीवन निरर्थक मान लिया थ । यहाँ बलिदान या आत्मोत्सर्ग के स्तर का उसका यह निर्णय आत्मघात की सीमा में जा पहँुचता है । 
लहना सिहं के चरित्र का दूसरा महत्त्वपूर्ण पक्ष साहसिकता का है । समझदारी या प्रत्युत्पन्नमतित्व इसका ही अंग हं इसक दूसरे पक्ष की भी परिच बचपन में ही वह दे चुका होता है । एक दिन दही वाले की दुकान के पास एक तांगे का घोड़ा बिदक जाता है लहना सिंह स्वंष् घोड़े के पैरों के बीच जाकर भी साथ की उसक लड़की को उठाकर दूकान पर खड़ा कर देता है । हजारा सिंह की पत्नी बन चुकी वह लड़की उसक बात को भूल नहीं पाती और लहना को देखते ही उसे भरोसा हो आता है कि उसके पति और बेटे की रक्षा कर लेने मे ंवह पूर्णतः सक्षम है । एक प्रेमिका के रूप में उसे इस विष्वास के अलावा और कूछ भी वह नही दे पाती । यह अवष्यक है कि उसका यह विष्वास लहना के लिए काल बन जाता है । 
लहना सिंह की वीरता की सबसे बड़ी पहचान तब होती है जब वह नकली लेफ्टिनेण्ट बने जर्मन के पहचान लेता है । जर्मन उसे सिगरेटदेता है और इनते से ही और इतने से ही वह समझ लेता है कि यह व्यक्ति लेफ्टिनेंट साहब हे नहीं सकता है  । फिर भी व और अधिक आष्वस्त होने के लिए ऐसे-ऐसे 
प्रष्न करता है कि जर्मन भाँप तक नहीं पाता कि वह पहचान लिया गया है , परन्तु लहना , अपनी आष्वस्ति लायक पर्याप्त प्रमाण पा जाता है । 
लहना सिंह की वीरता का एक अतिमहत्वपूर्ण पक्ष प्रत्युत्पन्नमतित्व भी है । जर्मन का भेद जानते ही वह तुरंत अपने को वहाँ का सबसे बड़ा अफसर घोशित करते हुए वजीरा सिंह , को खन्दक के पीछे के रास्ते से हजारा सिंह को वास्तविकताकी सूचना देने के लिए भेज देता है । इसके इस एकमात्र प्रत्युत्पन्नमतित्व के अभाव में युद्ध का परिणाम विपरीत पड़ सकता था  क्योंकि खन्दक में स्वस्थ्य वे कुल नौ ही बचते थे । बोध बीमार था और सत्तर जर्मनी ने आक्रमण किया था ।  उधर हजारा सिंह की टुकड़ी पर खुले में धावा होता है । अपनी इसी समझ का परिचय देते हुए उसने अपने गाँव में जर्मन तुरकीम मौलवी को पहचान लिया था और दण्डित कर गाँव से बाहर कर दिया था । 
लहना सिंह के चरित्र का मूल प्रेरक भाव राग है  परन्तु स्वभाव से ही वीरधर्मी होने के कारण वह धैर्य और मर्यादा को कभी नहीं छोड़ता । बचपन में भी प्रेम पात्री की सगाई अन्यत्र हो जाने पर वह विचलित हो जाता है परन्तु पुनः उस कन्या से मिलने का कोई प्रयास नहीं करता । हजारा सिंह की पत्नी की रूप में उसे पाकर कभी मन में भी वह अन्यथा नहीं सोचता बल्कि अपने प्राणों के मूल्य पर भी उसके पति और पूत्र की पूर्ण रक्षा कर जाता है ।      





Hindi 100 Marks पाठ – 2 उसने कहा था OBJECTIVE


1. ‘उसने कहा था’ कहानी में किस शहर का चित्रण है ?

(A) अमृतसर
(B) लुधियाना
(C) जयपुर
(D) लखनऊ

Answer ⇒ A

2. लहना सिंह के गाँव का क्या नाम है ?

(A) मगर
(B) माँझे
(C) कटरा
(D) तेलघरिया

Answer ⇒ B

3. लहना सिंह किस पद पर था ?

(A) सूबेदार के
(B) लेफ्टिनेंट के
(C) जमादार के
(D) मेजर के

Answer ⇒ C

4. लहना सिंह की मृत्यु किसकी गोद में हुई ?

(A) कीरत सिंह
(B) वजीरा सिंह
(C) अतर सिंह
(D) महीप सिंह

Answer ⇒ B

5. पलुटन का विदूषक कौन था ?

(A) हजारा सिंह
(B) मुख्तार सिंह
(C) वजीरा सिंह
(D) कुलदीप सिंह

Answer ⇒ C

6. सुबेदार हजारा सिंह के लड़के का नाम था !

(A) बोधा सिंह
(B) महा सिंह
(C) कीरत सिंह
(D) जगधारी सिंह

Answer ⇒ A

7. भारतीय सिपाहियों का किसके साथ संघर्ष हुआ था ?

(A) फ्रांसीसियों के साथ
(B) तुर्कों के साथ
(C) अँगरेजों के साथ
(D) जर्मनी के साथ

Answer ⇒ D

8. जर्मन ‘लपटन’ को किसने मार गिराया ?

(A) सूबेदार ने
(B) बोधा सिंह ने
(C) लहना सिंह ने
(D) वजीरा सिंह ने

Answer ⇒ C

9. सिख राइफल्स के जमादार लहना सिंह का नम्बर क्या था ?

(A)77
(B) 105
(C) 1805
(D) 72

Answer ⇒ A

10. सरकार ने सूबेदार को जमीन कहाँ दी है ?

(A) संजलपुर में
(B) अलावलपुर में
(C) जलालपुर में
(D) लायलपुर में

Answer ⇒ D

11. गुलेरीजी का जन्म हुआ था –

(A) हरियाणा में
(B) जयपुर (राजस्थान) में
(C) काँगड़ा (हिमाचल प्रदेश) में
(D) गुजरात में

Answer ⇒ B

12. ‘सुखमय जीवन, किसकी रचना है ?

(A) चंद्रधर शर्मा ‘गुलेरी’
(B) देवकीनंदन खत्री
(C) गोपाल राम गहमरी
(D) बालकृष्ण भट्ट

Answer ⇒ A

13. ‘उसने कहा था’ कहानी कब प्रकाशित हुई ?

(A) 1913 में
(B) 1912 में
(C) 1915 में
(D) 1900 में

Answer ⇒ C

14. ‘कछुआ धरम’ किसूकी कृति है ?

(A) प्रताप नारायण मिश्र
(B) बालकृष्ण भट्ट
(C) रामचंद्र शुक्ल
(D) चंद्रधर शर्मा ‘गुलेरी

Answer ⇒ D

15. ‘पुरानी हिंदी’ रचना है-

(A) रामचंद्र शुक्ल की
(B) हजारी प्रसाद द्विवेदी की
(C) नामवर सिंह की
(D) चंद्रधर शर्मा ‘गुलेरी’ की

Answer ⇒ D

16. कौन-सा निबंध, गुलेरी रचित नहीं है ?

(A) ‘देवानाप्रिय’
(B) ‘मजदूरी और प्रेम’
(C) ‘पुरानी हिंदी’
(D) ‘मोरसि मोहि कुठाँव

Answer ⇒ B

17. ‘कूड़ाई’ का क्या अर्थ होता है ?

(A) मँगनी
(B) विवाह
(C) कड़वी बात
(D) दहेज

Answer ⇒ A

18. बोधा कौन था ?

(आ) हजारा सिंह का भाई
(B) लहना सिंह का भाई
(C) वजीरा सिंह का भाई
(D) सूबेदार हजारा सिंह का बेटा

Answer ⇒ D

19. चंद्रधर शर्मा गुलेरी की कहानी कौन-सी है ?

(A) जूठन
(B) रोज
(C) ‘उसने कहा था’
(D) ‘तिरिछ’

Answer ⇒ C

20. कौन-सी कहानी चंद्रधर शर्मा गुलेरी की लिखी हुई नहीं है ?

(A) ‘सुखमय जीवन
(B) ‘बुद्ध का कोटा
(C) ‘उसने कहा था’
(D) ‘कफन’

Answer ⇒ D

21. गुलेरीजी किस गाँव के मूल निवासी थे ?

(A) फतहपुर
(B) गुलेर
(C) मनेर
(D) गहमर

Answer ⇒ B

22. ‘उसने कहा था’ कहानी के कहानीकार कौन है ?

(A) बालकृष्ण भट्ट
(B) भगत सिंह
(C) चन्द्रधर शर्मा गुलेरी
(D) रामधारी सिंह दिनकर

Answer ⇒ C

23. चन्द्रधर शर्मा गुलेरी किस युग के कहानीकार है ?

(A) द्विवेदी युग
(B) भारतेन्दु युग
(C) प्रेमचन्द युग
(D) इनमें से कोई नहीं

Answer ⇒ A

24. ‘उसने कहा था’ कहानी कितने भागों में विभक्त है ?

(A) दो भागों में
(B) तीन भागों में
(C) चार भागों में
(D) पाँच भागों में

Answer ⇒D

25. चन्द्रधर शर्मा गुलेरी का जन्म कब हुआ था ?

(A)7 जुलाई, 1882
(B) 8 जुलाई, 1883
(C)7 जुलाई, 1883
(D) 8 जुलाई, 1890

Answer ⇒ C

26. लहना सिंह किस कहानी का पात्र है ?

(A) सुखमय जीवन
(B) जूठन
(C) तिरिछ
(D) उसने कहा था

Answer ⇒ D

27. ‘उसने कहा था’ किस प्रकार की कहानी है ?

(A) चरित्र प्रधान
(B) कर्म-प्रधान
(C) धर्म-प्रधान
(D) भाव-प्रधान

Answer ⇒ B

28. ‘पुरानी हिन्दी’ रचना, किसकी है ?

(A) हजारी प्रसाद द्विवेदी की
(B) नामवर सिंह की
(C) चन्द्रधर शर्मा ‘गुलेरी’ की
(D) रामचन्द्र शुक्ल की

Answer ⇒ C

29. कीरत सिंह कौन था ?

(A) लहना सिंह का चाचा
(B) लहना सिंह का भतीजा
(C) लहना सिंह का भाई
(D) लहना सिंह का मित्र

Answer ⇒ B

30. बचपन में लहना सिंह लड़की से बार-बार कौन सा प्रश्न करता था?

(A) तेरा नाम क्या है ?
(B) तू कहाँ रहती है ?
(C) तेरी कुड़माई हो गई ?
(D) तेरी शादी हो गयी ?

Answer ⇒C

31. लपटन साहब सूबेदार को कितने आदमी खंदक में छोड़कर जाने को कहता है ?

(A) पन्द्रह
(B) दस
(C) पाँच
(D) बीस

Answer ⇒B

32. अमृतसर में लहना सिंह के कौन थे ?

(A) भाई
(B) मित्र
(C) मामा
(D) चाचा

Answer ⇒C

33. लहना सिंह सूबेदार को वापस बुलाने के लिए किसे भेजता है ?

(A) वजीरा सिंह
(B) बोधा सिंह
(C) कीरत सिंह
(D) अतर सिंह

Answer ⇒A

34. सूबेदारनी ने अपने पति एवं पुत्र की रक्षा के लिए किससे कहा ?

(A) वजीरा सिंह से
(B) लहना सिंह
(C) कीरत सिंह से
(D) इनमें किसी से नहीं

Answer ⇒ B

35. लहना सिंह का सिर अपनी गोद में लेकर कौन बैठा था ?

(A) हजारी सिंह
(B) कीरत सिंह
(C) वजीरा सिंह
(D) अतर सिंह

Answer ⇒C

36. लहना सिंह के मामा कहाँ के रहने वाले थे ?

(A) चंडीगढ़
(B) अमृतसर
(C) लुधियाना
(D) जयपुर

Answer ⇒B

37. ‘उसने कहा था’ किस वर्ष की रचना है ?

(A) 1915
(B) 1920
(C) 1922
(D) 1925

Answer ⇒A





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