Class 12 Hindi Chapter -2 - Objective Question And subjective question | Bihar board |

              Class 12 Hindi Chapter - 2  Objective Question And subjective question | Bihar board | 






उसने कहा था 
(चन्द्रधर शर्मा गुलेरी )

 
पाठ का सारांश 

सारांष : श्री चन्द्रधर षर्मा गुलेरी जी ने प्रस्तुत कहानी को पाँच दृष्यों में विभाजित किया है । पहले दृष्य में लहना सिंह जो 12 वर्ष का था की भेंट एक लडकी से होती है । कोई बार वह धत् कहकर भाग खड़ी होती है ।  यही प्रश्न वह कई मुलाकातों में करता है और लड़की धत् कहकर भाग जाती है । एक दिन वह लड़की लहना सिंह के पूछने पर कह देती है कि - हाँ हो गई , देखते नही यह रेषम के फूलों वाला शाल । जवाब सुनकर लहना सिंह को प्रेममय क्लेष होता है । उस आठ वर्श की लड़की की शादी हो जाती है । 
वही लहना सिंह 37 की उम्र में सेना की छुट्टी पर घर आता है । वह एक चिट्ठी सुबेदार हजारा सिंह को देने उनके घर जाता है । हजारा सिंह की पत्नी उसे पहचान लेती है । सुबेदारनी उसे 25 वर्श पुरानी मुलाकातों की याद दिलाती है तो लहना सिंह की सुध जागजाती है । सुबेदारनी लहना सिंह के आगे दुखड़ा रोती है । उसके चार बेटै मर गए और एक ही बचा है । वह लहना सिंह से अपने पति और पुत्र की जान की रक्षा की भिक्षा मांगती है । लहना सिंह ने उस लड़की को बचपन में घो़ड़े से बचाया था । आज फिर वह लड़की उसके सामने आंचल पसार देती है । सूबेदारनी की याचना उसके फौजी जीवन का परमार्थिक कत्र्तव्य बन जाता है । एक बार जर्मनी और फ्रांस  के बीच घनघोर लड़ाई छिड़ जाती है । उस लड़ाई में भारतीय सैनिक की ओर से वह , हजारा सिंह और उसका पुत्र भी मैदान में है । लहना सिंह को सेना के एक नकली अफसर पर षक होता है और वह सर उस पर निगाहें लगाए रहता है । ज्योहि वह अफसर हजारा सिंह पर गोली चलाता है लहना सिंह उफसर को गोली से मार देता है । लेकिन स्वंय घायल हो जाता है । 
 लहना सिंह का वह व्यवहार हजारा सिंह को बहुत प्रभावित करता है । एक दिन हजारा सिंह घर जा रहा होता है तो लहना सिंह उससे कहता है  कि सूबेदारनी से कहना कि लहना से जो कहा था वह काम पूरा करर दिया है । यहँा कहानी के षर्शक का औचित्य स्पश्ट हो जाता है । एक दिन अपने पूत्र की याद करते घावों के दर्द से उसकी मौत हो जाती है । 
इस प्रकार गुलेरी जी ने इस कहानी में जीवन की षष्वक स्वाभाविकता का उल्लेख किया किया है । बचपन से ही लहना के चरित्र में राग - तत्व प्रमुखतम रहता है । उसके जीवन में सर्वप्रथम इनका ही उदय होता है । दूकान पर जिस लड़की से भेट होती है उससे वही बातें प्रारम्भ करता है , वही प्रष्न करता है कि उसकी सगाई हो गयी है या नहीं और लड़की की सगाई हो जाने का पता पाने के बाद वहीं गहरे तक  हिल जाता है । इन घटनाओं का लड़की पर कोई प्रभाव (अंातरिक) नहीं पड़ता । 
सयाना होने के बाद लहना सिंह सर्वथा विरूद्ध परिस्थिति और पेषे में बचपन की उस घटना को भूल चुका होता है । ऐसा कहानीकार गुलेरीजी बाताते है । परन्तु तथ्य यह है कि उस घटना 
का घाव बगल में ही कहीं दबा होता है । ज्योहि सूबेदारनी उस घटना की स्मुति दिलाती है , उसका वह दबा राग - तत्व पुनः प्रमुखतम बन आता है ।  परन्तु तब तक उसके साथ मर्यादाषीलता का तत्व भी पल्लवित हो चुका है । मर्यादाषीलता ही है । परन्तु तब तक उसे साथ मर्यादाषीलता के तत्व भी है । फिर भी उसके चरित्र में उसका दर्जा तो दूसरा हो जाता है । अंत में स्पश्ट होत है कि युद्ध के मैदान में प्रदर्षित उसक सारी वीरता की समय -सीमा उसने कहा था की सार्थकता की थी । उसपर न वह अपना अधिकार जामा सकता था और न ही उसके अभाव के बावजूद अपने जीवन में किसी सार्थकता की संभावना कर सकता था और ना ही उसके अभाव के बावजूद अपने जीवन में किसी सार्थकता की संभावना कर सकता था । दो-दो गोलियाँ खाकर भी लड़ते रहना और गहरे घाव की जानकारी किसी केा नहीं देने की बात उसकी वीरता तथा ध्ीरता को देखते हुए सर्वथा तर्कसंगत-लगती है , परन्तु घायलों की गाड़ी में स्वष्ं नहीं चढ़ने का निर्णय यही सिद्ध करता है  ।कि प्रेम - पात्र की मांग पूरी करने के बाद उसने अपना जीवन निरर्थक मान लिया थ । यहाँ बलिदान या आत्मोत्सर्ग के स्तर का उसका यह निर्णय आत्मघात की सीमा में जा पहँुचता है । 
लहना सिहं के चरित्र का दूसरा महत्त्वपूर्ण पक्ष साहसिकता का है । समझदारी या प्रत्युत्पन्नमतित्व इसका ही अंग हं इसक दूसरे पक्ष की भी परिच बचपन में ही वह दे चुका होता है । एक दिन दही वाले की दुकान के पास एक तांगे का घोड़ा बिदक जाता है लहना सिंह स्वंष् घोड़े के पैरों के बीच जाकर भी साथ की उसक लड़की को उठाकर दूकान पर खड़ा कर देता है । हजारा सिंह की पत्नी बन चुकी वह लड़की उसक बात को भूल नहीं पाती और लहना को देखते ही उसे भरोसा हो आता है कि उसके पति और बेटे की रक्षा कर लेने मे ंवह पूर्णतः सक्षम है । एक प्रेमिका के रूप में उसे इस विष्वास के अलावा और कूछ भी वह नही दे पाती । यह अवष्यक है कि उसका यह विष्वास लहना के लिए काल बन जाता है । 
लहना सिंह की वीरता की सबसे बड़ी पहचान तब होती है जब वह नकली लेफ्टिनेण्ट बने जर्मन के पहचान लेता है । जर्मन उसे सिगरेटदेता है और इनते से ही और इतने से ही वह समझ लेता है कि यह व्यक्ति लेफ्टिनेंट साहब हे नहीं सकता है  । फिर भी व और अधिक आष्वस्त होने के लिए ऐसे-ऐसे 
प्रष्न करता है कि जर्मन भाँप तक नहीं पाता कि वह पहचान लिया गया है , परन्तु लहना , अपनी आष्वस्ति लायक पर्याप्त प्रमाण पा जाता है । 
लहना सिंह की वीरता का एक अतिमहत्वपूर्ण पक्ष प्रत्युत्पन्नमतित्व भी है । जर्मन का भेद जानते ही वह तुरंत अपने को वहाँ का सबसे बड़ा अफसर घोशित करते हुए वजीरा सिंह , को खन्दक के पीछे के रास्ते से हजारा सिंह को वास्तविकताकी सूचना देने के लिए भेज देता है । इसके इस एकमात्र प्रत्युत्पन्नमतित्व के अभाव में युद्ध का परिणाम विपरीत पड़ सकता था  क्योंकि खन्दक में स्वस्थ्य वे कुल नौ ही बचते थे । बोध बीमार था और सत्तर जर्मनी ने आक्रमण किया था ।  उधर हजारा सिंह की टुकड़ी पर खुले में धावा होता है । अपनी इसी समझ का परिचय देते हुए उसने अपने गाँव में जर्मन तुरकीम मौलवी को पहचान लिया था और दण्डित कर गाँव से बाहर कर दिया था । 
लहना सिंह के चरित्र का मूल प्रेरक भाव राग है  परन्तु स्वभाव से ही वीरधर्मी होने के कारण वह धैर्य और मर्यादा को कभी नहीं छोड़ता । बचपन में भी प्रेम पात्री की सगाई अन्यत्र हो जाने पर वह विचलित हो जाता है परन्तु पुनः उस कन्या से मिलने का कोई प्रयास नहीं करता । हजारा सिंह की पत्नी की रूप में उसे पाकर कभी मन में भी वह अन्यथा नहीं सोचता बल्कि अपने प्राणों के मूल्य पर भी उसके पति और पूत्र की पूर्ण रक्षा कर जाता है ।      


Hindi 100 Marks पाठ – 2 उसने कहा था OBJECTIVE


1. ‘उसने कहा था’ कहानी में किस शहर का चित्रण है ?

(A) अमृतसर
(B) लुधियाना
(C) जयपुर
(D) लखनऊ

Answer ⇒ A

2. लहना सिंह के गाँव का क्या नाम है ?

(A) मगर
(B) माँझे
(C) कटरा
(D) तेलघरिया

Answer ⇒ B

3. लहना सिंह किस पद पर था ?

(A) सूबेदार के
(B) लेफ्टिनेंट के
(C) जमादार के
(D) मेजर के

Answer ⇒ C

4. लहना सिंह की मृत्यु किसकी गोद में हुई ?

(A) कीरत सिंह
(B) वजीरा सिंह
(C) अतर सिंह
(D) महीप सिंह

Answer ⇒ B

5. पलुटन का विदूषक कौन था ?

(A) हजारा सिंह
(B) मुख्तार सिंह
(C) वजीरा सिंह
(D) कुलदीप सिंह

Answer ⇒ C

6. सुबेदार हजारा सिंह के लड़के का नाम था !

(A) बोधा सिंह
(B) महा सिंह
(C) कीरत सिंह
(D) जगधारी सिंह

Answer ⇒ A

7. भारतीय सिपाहियों का किसके साथ संघर्ष हुआ था ?

(A) फ्रांसीसियों के साथ
(B) तुर्कों के साथ
(C) अँगरेजों के साथ
(D) जर्मनी के साथ

Answer ⇒ D

8. जर्मन ‘लपटन’ को किसने मार गिराया ?

(A) सूबेदार ने
(B) बोधा सिंह ने
(C) लहना सिंह ने
(D) वजीरा सिंह ने

Answer ⇒ C

9. सिख राइफल्स के जमादार लहना सिंह का नम्बर क्या था ?

(A)77
(B) 105
(C) 1805
(D) 72

Answer ⇒ A

10. सरकार ने सूबेदार को जमीन कहाँ दी है ?

(A) संजलपुर में
(B) अलावलपुर में
(C) जलालपुर में
(D) लायलपुर में

Answer ⇒ D

11. गुलेरीजी का जन्म हुआ था –

(A) हरियाणा में
(B) जयपुर (राजस्थान) में
(C) काँगड़ा (हिमाचल प्रदेश) में
(D) गुजरात में

Answer ⇒ B

12. ‘सुखमय जीवन, किसकी रचना है ?

(A) चंद्रधर शर्मा ‘गुलेरी’
(B) देवकीनंदन खत्री
(C) गोपाल राम गहमरी
(D) बालकृष्ण भट्ट

Answer ⇒ A

13. ‘उसने कहा था’ कहानी कब प्रकाशित हुई ?

(A) 1913 में
(B) 1912 में
(C) 1915 में
(D) 1900 में

Answer ⇒ C

14. ‘कछुआ धरम’ किसूकी कृति है ?

(A) प्रताप नारायण मिश्र
(B) बालकृष्ण भट्ट
(C) रामचंद्र शुक्ल
(D) चंद्रधर शर्मा ‘गुलेरी

Answer ⇒ D

15. ‘पुरानी हिंदी’ रचना है-

(A) रामचंद्र शुक्ल की
(B) हजारी प्रसाद द्विवेदी की
(C) नामवर सिंह की
(D) चंद्रधर शर्मा ‘गुलेरी’ की

Answer ⇒ D

16. कौन-सा निबंध, गुलेरी रचित नहीं है ?

(A) ‘देवानाप्रिय’
(B) ‘मजदूरी और प्रेम’
(C) ‘पुरानी हिंदी’
(D) ‘मोरसि मोहि कुठाँव

Answer ⇒ B

17. ‘कूड़ाई’ का क्या अर्थ होता है ?

(A) मँगनी
(B) विवाह
(C) कड़वी बात
(D) दहेज

Answer ⇒ A

18. बोधा कौन था ?

(आ) हजारा सिंह का भाई
(B) लहना सिंह का भाई
(C) वजीरा सिंह का भाई
(D) सूबेदार हजारा सिंह का बेटा

Answer ⇒ D

19. चंद्रधर शर्मा गुलेरी की कहानी कौन-सी है ?

(A) जूठन
(B) रोज
(C) ‘उसने कहा था’
(D) ‘तिरिछ’

Answer ⇒ C

20. कौन-सी कहानी चंद्रधर शर्मा गुलेरी की लिखी हुई नहीं है ?

(A) ‘सुखमय जीवन
(B) ‘बुद्ध का कोटा
(C) ‘उसने कहा था’
(D) ‘कफन’

Answer ⇒ D

21. गुलेरीजी किस गाँव के मूल निवासी थे ?

(A) फतहपुर
(B) गुलेर
(C) मनेर
(D) गहमर

Answer ⇒ B

22. ‘उसने कहा था’ कहानी के कहानीकार कौन है ?

(A) बालकृष्ण भट्ट
(B) भगत सिंह
(C) चन्द्रधर शर्मा गुलेरी
(D) रामधारी सिंह दिनकर

Answer ⇒ C

23. चन्द्रधर शर्मा गुलेरी किस युग के कहानीकार है ?

(A) द्विवेदी युग
(B) भारतेन्दु युग
(C) प्रेमचन्द युग
(D) इनमें से कोई नहीं

Answer ⇒ A

24. ‘उसने कहा था’ कहानी कितने भागों में विभक्त है ?

(A) दो भागों में
(B) तीन भागों में
(C) चार भागों में
(D) पाँच भागों में

Answer ⇒D

25. चन्द्रधर शर्मा गुलेरी का जन्म कब हुआ था ?

(A)7 जुलाई, 1882
(B) 8 जुलाई, 1883
(C)7 जुलाई, 1883
(D) 8 जुलाई, 1890

Answer ⇒ C

26. लहना सिंह किस कहानी का पात्र है ?

(A) सुखमय जीवन
(B) जूठन
(C) तिरिछ
(D) उसने कहा था

Answer ⇒ D

27. ‘उसने कहा था’ किस प्रकार की कहानी है ?

(A) चरित्र प्रधान
(B) कर्म-प्रधान
(C) धर्म-प्रधान
(D) भाव-प्रधान

Answer ⇒ B

28. ‘पुरानी हिन्दी’ रचना, किसकी है ?

(A) हजारी प्रसाद द्विवेदी की
(B) नामवर सिंह की
(C) चन्द्रधर शर्मा ‘गुलेरी’ की
(D) रामचन्द्र शुक्ल की

Answer ⇒ C

29. कीरत सिंह कौन था ?

(A) लहना सिंह का चाचा
(B) लहना सिंह का भतीजा
(C) लहना सिंह का भाई
(D) लहना सिंह का मित्र

Answer ⇒ B

30. बचपन में लहना सिंह लड़की से बार-बार कौन सा प्रश्न करता था?

(A) तेरा नाम क्या है ?
(B) तू कहाँ रहती है ?
(C) तेरी कुड़माई हो गई ?
(D) तेरी शादी हो गयी ?

Answer ⇒C

31. लपटन साहब सूबेदार को कितने आदमी खंदक में छोड़कर जाने को कहता है ?

(A) पन्द्रह
(B) दस
(C) पाँच
(D) बीस

Answer ⇒B

32. अमृतसर में लहना सिंह के कौन थे ?

(A) भाई
(B) मित्र
(C) मामा
(D) चाचा

Answer ⇒C

33. लहना सिंह सूबेदार को वापस बुलाने के लिए किसे भेजता है ?

(A) वजीरा सिंह
(B) बोधा सिंह
(C) कीरत सिंह
(D) अतर सिंह

Answer ⇒A

34. सूबेदारनी ने अपने पति एवं पुत्र की रक्षा के लिए किससे कहा ?

(A) वजीरा सिंह से
(B) लहना सिंह
(C) कीरत सिंह से
(D) इनमें किसी से नहीं

Answer ⇒ B

35. लहना सिंह का सिर अपनी गोद में लेकर कौन बैठा था ?

(A) हजारी सिंह
(B) कीरत सिंह
(C) वजीरा सिंह
(D) अतर सिंह

Answer ⇒C

36. लहना सिंह के मामा कहाँ के रहने वाले थे ?

(A) चंडीगढ़
(B) अमृतसर
(C) लुधियाना
(D) जयपुर

Answer ⇒B

37. ‘उसने कहा था’ किस वर्ष की रचना है ?

(A) 1915
(B) 1920
(C) 1922
(D) 1925

Answer ⇒A


Hindi 100 Marks पाठ – 2 उसने कहा था SUBJECTIVE (लघुउत्तरीय प्रश्न )


                               
प्रश्न 1 - उसने कहा था , कहानी कितने भागों में बँटी हुई है ? कहानी के कितने भागों में युद्ध का वर्णन है ? 
उत्तर - उसने कहा था कहानी पाँच भागों में बँटी है । इसके चार भागों में युद्ध का वर्णन है । 
प्रश्न 2 - कहानी के पात्रों की सूची तैयार करें । 
उत्तर - कहानी के पात्रों की सूची निम्नलिखित है - 
     क. लहना सिंह   ख. वजीरा सिंह   ग. बोधा सिंह   घ. सूबेदार हजारा सिंह 
प्रश्न 3 - लहनासिंह का परिचय अपने शब्दों में दे - 
उत्तर - लहना सिंह सिक्ख राइफल्स  में जमादार है , सिपाही में थोड़ा ऊँचा पद पर । वह बचपन से ही साहसी था । जब सूबेदारनी बालिका थी तब वह उसे तेरी कुड़माई हो गई ! कहकर छेड़ा करता था । एकबार उसे तांगे से कुचले जाने से बचाया था । छेड़ -छाड़ में ही वह सूबेदारनी से प्रेम करने लगा था । तभी तो कुड़माई की बात सुनकर वह अस्तव्यस्त हो उठा । 
वह वीर के साथ बुद्धिमान भी है । नकली लपटन साहब की चालाकी भाँपना उसकी बुद्धिमता का प्रमाण है तो झटपट निर्णय लेकर सूबेदार को लैटाने के लिए बजीरा सिंह का भेजता है । इससे न केवल सूबेदारनी की रक्षा होती है अपितु सैनिक भी कम ही मारे जाते है और जित भी मिल जाती है । इस जीत का सारा श्रेय जामादार लहना सिंह की समझदारी , सूझबूझ की तुरंत निर्णय लेने की क्षमता है । 
लहना सिंह निश्ठावान प्रेमी है । सूबेदारनी उसकी पत्नि नहीं बन पाती है । लेकिन जब वह पति तथा पुत्र की भीख मांगती है तो लहना सिंह युद्ध के मैदान में दोनों की रक्षा वचन के रक्षा पालन करता है । उससे उसकी त्यागमय प्रेमी रूप और सच्चे प्यार का प्रमाण मिलता है । इसतरह अपने तीन गुणों , वचन पात्रक प्रमी , वीरता औश्र बुद्धिमता के लिए वह हिन्दी कहानी का एक चिर स्मरणीय पात्र है । 

प्रश्न 4 - कल , देखते नहीं यह रेषम से कढ़ा हुआ सालू ’ यह सुनते ही लहना की क्या प्रतिक्रिया हुई ? 

उत्तर - लहना ने घर की राह ली । मगर प्रेम विफलता से निराष और मानसिक कश्ट के कारण उसने रास्तें में एक लड़के को मोरी में ढकेल दिया , एक खोमचे वाले का खोमचाा उलट दिया ।  एक कुत्ते को पत्थर मारा और एक गोभी वाले के ठेले पर हाथ के बर्तन का दूध उड़ेल दिया और स्नान कर आती एक वैश्णवी से टकराकर अंधे की उपाधि पाई  । 

प्रश्न 5 - जाड़ा क्या है मौत है और निमोनिया से मरने वालों को मुूरब्बें नहीं मिला करते । वजीरसिंह के इस कथन का क्या आषय है ? 
उत्तर - उस समय युद्ध के मैदान में वीर गति पाने वालों को नहर के किनारे की उपजाऊ जमीन पुरस्कार में मिलती थी । यह पुरस्कार रोग से मरनेवालों को नहीं मिलता था । अतः वजीरा जाड़ा के कारण होने वाले निमोनिया रोग से मरने के बदले उड़ते हुए मरना चाहता है ताकि मृत्यु बेकार न जाये और परिवार वालों को लाभ मिले । 

प्रश्न 6 - कहती है , तुम राजा हो । मेरे मुल्क केा बचाने आये हो । वजीरा के इस कथन में किसकी ओर संकेत है ? 
उत्तर - इस कहानी में फ्रांस , बेजजियम , इंगलैण्ड आदि देष जर्मनी के विरोध में लड़ रहे थें । भारतीय सैनिक इंगलैंड की ओर से लड़ रहे थें । अतः वहाँ की अंग्रेजी महिलाएँ इनको थोड़ा बहुत सत्कार प्यार देती थी । ताकि ये वीरता पूर्वक लड़कर उसके देश की रक्षा करें । इस कहानी में उक्त कथन ऐसी अंग्रेजी मेम का है जो उदाहरण के रूप मे वजीरा सिंह प्रस्तुत कर रहा है । 

प्रश्न 7 - लहना के गाँव में आया तुर्की मौलवी क्या कहता था ? 
उत्तर - वह मौलवी नहीं जर्मनी का जासूस था मौलवी के वंश में । कहता था जर्मनी वाले बड़े पंडित है । वेद पढ़ पढ़कर उसमें से विमान चलाने की विद्या जान गये हैं ।  गौ नहीं मारते । हिन्दुस्तान मे आ आयेंगे तो गौ हत्या बन्द कर देंगे । 

प्रश्न 8 - लहना सिंह का दायित्व बोध और बुद्धि दोनों स्मृहणीय हैं ।  इस कथन की पुश्टि करें । 
उत्तर - नकली लपटन साहेब द्वारा पीने के लिए सिगरेट देने पर वह समझ जाता है कि यह सिक्खों के बारे कुछ नहीं जानता । अतः यह उसके लपटन साहब नहीं है । तदनुसार वह पहले छिपकर लपटन की कार गुजारी देखता है और फिर पलीता लगाने के समय मार कर उसे घायल कर देता है । जिससे सिक्ख सैनिक की जान बच जाती है । फिर वह वजीरा सिंह को अधिकारी की मुद्रा में हुक्स देता है कि जाकर सूबेदार साहब केा लौटा लाओं । उनके साथ धोखा किया गया है । उसकी इस बुद्धिमत्ता और कार्य तत्परता से शत्रु मारा भी जाता है और सिख सैनिकों की जान भी बच जाती है । 

प्रश्न 9 - प्रसंग एवं अभिप्राय बतायें - 
मृत्यु के कुछ समय पहले स्मृति बहुत साफ हो जाती है । जन्म भर की घटनाएँ एक - एक कर के सामने आती है । सारें दृष्यों के रंग साफ होते है । समय की धुंध बिलकुल उनपर से हट जाती है । 

उत्तर - यह प्रसंग कहानीकार की टिप्पणी के रूपमें है । लहना सिंह मृत्यु के करीब है । उसे तीन घाव लगे है । सूबेदारनी ने उसे एक दायित्व सौंपा था पति और पुत्र की रक्षा का । लहना सिंह ने दोनों की रक्षा की है , वह संदेष कैसे भेजे सूबेदारनी के पास कि उसने बचन पालन कर दिया । उसका संदेषा पहँुचाने के उद्देष्य से कहानीकार ने फ्लैषबैक पद्धति का सहारा लेकर मारणासन्न लहना के मुख से संदेष कहवाया है ।  साथ ही कुछ अन्य चित्र भी जोड़ दियें है ताकि किसी को सही तत्व का ज्ञान न हो । ये पंक्तियाँ फ्लेैष बैक पद्धति को बताने के उद्देष्य से लिखी गयी है । 

Hindi 100 Marks पाठ – 2 उसने कहा था SUBJECTIVE (भाव स्पस्ट करे )

प्रश्न -10

(क) अब के हाड़ में यह आम खूब फलेगा । चाचा भतीजा दोनों बैठकर आम खाना । जितना बड़ा भतीजा है उतना ही यह आम है । जिस महीने उसका जन्म हुआ थाए उसी महीने में मैंने इसे लगाया था । 

उत्तर - यह कथन लहना सिंह का है । यह कीरत सिंह को संबोधित है । जो संभवतः उसका भाई है  ।  इसमें इस बार अपने देश में आम फलने के मौसम का उल्लेख है । लहना सिंह का संकेत शायद अपने बेटे की ओर है । वह कहना चाहता है कि तुम भी मेरे पुत्र यानी चाचा-भतीजा दोनो आम खाना । वह भाई को याद दिलाना चाहता है कि जिस साल पुत्र का जन्म हुआ था उसी साल यह पेड़ लगाया था । वह भी अब युवा हो गया होगा । यहाँ मृत्यु में पल पल जाता लहना द्वारा भाई और पुत्र को याद करना अत्यंत करूण है । 

(ख) और अब घ जाओं तो कह देना कि मुझे जो उसने कहा था वह मैंने कर दिया । 

उत्तर - यह कथन लहना सिंह का है तथा सूबेदार हजारा सिंह को कह रहा है । इससे उसके पति के माध्यम से पत्नी को संदेश भेज रहा है । सूबेदारनी ने पति हजारा सिहं और  पुत्र बोधा सिंह की रक्षा की । उसने अपने वचन का पालन कर सच्चे प्रमी होने का प्रमाण दिया । इसमें प्रतिदान रहित दान की कोमलता की मर्मस्पर्षी व्यंजक व्यंजना है । 

प्रश्न 11 - कहानी का शीर्षक ‘उसने कहा था ’ क्या सबसे सटीक है ? अगर हाँ तो क्यों या आप इसके लिए , कोई दूसरा शीर्षक सुझाना चाहेंगे ? 

उत्तर - कहानी का शीर्शक उसने कहा था सर्वाधिक सटीक है । इस षीर्शक मे संज्ञा के बदलने सर्वनाम है जो संज्ञा को जानने की उत्सुकतासे परिवपूर्ण है । साथ ही इस संदेष का पता नहीं है कि उसे क्या कहा गया था ? पूरी कहानी पढ़ने पर ही प्रतिदान पाने की आषा से रहित एकतरफा प्रेम की गहराई का पता चलता है । अतः शीर्षक व्यंजना प्रधान है साथ ही इसका रहस्य कहानी की समाप्ति के करी खुलता है । मै कोई अन्य शीर्षक सुझाने की आवष्यकता अनुभव नही करा है । 
प्रश्न 12 . उसने कहा था कहानी का केन्द्रीत भाव क्या है ?

उत्तर - उसने कहा था कहानी का केन्द्रीय भाव प्रेम है । किशोर वय के लड़का लड़की का प्रेम । लेकिन यह प्रेम जीवन भर दोनों के मन में रह जाता है । अतः यह महज आयी गयी घटना नहीं है । लड़की सूबेदारनी बन जाती है , सुबेदार हजारा सिंह से व्याह के बाद । मगर प्रेम लहलना को नही भूल पाती , संयोगवष पति , पुत्र और प्रेमी तीनों सेना में सैनिक बन जाते है । संयोगवश युद्ध पर जोते समय सूबेदार के आग्रह के कारण उसके घर जाता है । वहाँ सूबेदारनी ही उसे बुलाकर किशोरावस्था के प्रेम की याद दिलाते है , वह पति तथा पुत्र की रक्षा की भीख मांगती है । प्रेम एकतरफा उसका है । वह युद्ध भूमि में स्वयं घाव खाकर दोनों की रक्षा करता है । इस तरह वह प्रेमिका की याचना पूरी कर अपनी वचनाबद्धता पूरी करता है । 

Hindi 100 Marks पाठ – 2 उसने कहा था SUBJECTIVE (अति लघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर)
                            
प्रश्न 1 - अमृतसर क्या है ? 

उत्तर - अमृतसर पंजाब का एक षहर है । यह षहर इसी नाम से सरोवर के नाम पर रखा गया है । यहाँ अमृत - सरोवर के किनारें सिखें का सबसे बड़ा गुरूद्वारा स्वर्ण मंदिर है । 

प्रश्न 2- लहना सिंह और सूबेदारनी की भेंट किशोरवय मे कहाँ प्रायः होती थी ?

उत्तर - अमृतसर में दोनों अपने मामा के यहाँ आये हुए थे और आस - पास  के मुहल्ले में ही रहते थे , दोनो की भेंट प्रायः दही वाले या सब्जी वाले के यहाँ हो जाती थी । 

प्रश्न 3 - लहना सिहं बार - बार क्यों कहता है - वजीरा पानी पिला दे ? 

उत्तर - लहना सिंह बुरी घायल है और रहरहकर उसे प्यास लगती है जिसके कारण बार - बार पानी मांगता है । 

प्रश्न 4 - लपटन साहब द्वारा पीने के लिए सिगरेट देने पर लहना की क्या प्रतिक्रिया होती  है ?

उत्तर - लहना सिंह समझ जाता है कि यह उसके असली लपटन नहीं है वह सिगरी के उजाले में उनका मुंह तथा बाल देखता है और तब वह आगे और आष्वस्त होने के लिए  उनसे शिकार आदि की बातें करता है । 

प्रश्न 5 - लहना सिंह बजीरा सिंह को क्या कहकर सूबेदार को पीछे भेजता है ? 
उत्तर - लहना सिंह कहता है कि कहो एकदम लौट आए कन्दक की बात झूठ है हमलोगों को धोखा दिया गया है । 


Hindi 100 Marks पाठ – 2 उसने कहा था SUBJECTIVE (भांषा की बात )

                             
प्रश्न 1 - निम्नलिखित शब्दों से विशेशण बनायें एवं वाक्यों में प्रयोग करें - 
   जल , धर्म , नमक , विलायत , फौजी , किताब 
   उत्तर - 
       शब्द -       विशेशण     -                   वाक्य 
       जल -        जलीय        -                   घड़िया जलीय जीव है । 
       धर्म -        धर्मिक        -                   रामनाथ धर्मिक व्यक्ति है । 
       विलायत -  विलायती    -                   यह विलायती चूहा है । 
       फौजी -      फौजी         -                   मानक फौजी व्यक्ति है । 
       किताब -    किताबी      -                   श्याम किताबी कीड़ा बन गया है । 


प्रश्न 2 - दिये गये शब्दों के समानार्थी शब्द लिखें । - 

   मुर्दा , लहु , घाव , झूठ , चकमा , चिट्ठी , घर , राजा , रचना 

उत्तर - 
  मुर्दा               -     शव      
  घाव               -    जख्म 
  चकमा            -    धोखा 
  घर                 -    गृह 
  रचना             -    कृति
  लहू                -    खून 
  झूठ               -    असत्य 
  चिट्ठी           -     पत्र 
  राजा              -    नरेश  

प्रश्न 3 - रचना के आधार पर इन वाक्यों की प्रकृति बतायें - 

(क) राम - राम यह भी काई लड़ाई है । 
(ख) परसों रिलीफ आ जायेगी और फिर सात दिन की छुट्टी । 
(ग)  कहती है , तुम राजा हो , मेरे मुल्क केा बचाने आए हो । 
(घ) इस पर लड़की आँखें चढ़ाकर ‘धत्’ कहकर दौड़ गयी और लड़का मँुह देखते रह गया ।  
(ड.) हाँ , देष क्या है , स्वर्ग है । 
(च) मैं तो बुलेल की खड्ड के किनारे मरूँगा । 
उत्तर - 
(क) सरल वाक्य 
(ख) संयुक्त वाक्य 
(ग) मिश्र वाक्य 
(घ) संयुक्त वाक्य 
(ड.) सुयुक्त वाक्य 
(च) सरल वाक्य 


प्रश्न 4  - उत्पत्ति की दृश्टि से इन शब्दों की प्रकृति बातायें । 
अवाज कयामत , आँसु , दही , बिजली , क्षयी  , बेईमानी , सोते , बावलियों , खाद , सिगड़ी , बादल । 


उत्तर -             आवाज              -   देशज 
                    कयामत             - विदेशज 
                    आँसू                  - तदभव 
                    दही                   - तद्भव 
                    बिजली              - देशज 
                    क्षयी                  - तत्सम्
                    बेईमान               - देशज 
                    सोत                   - तद्भव 
                    बावलियों            -  तद्भव 
                   खाद                    - तद्भव 
                   सिगड़ी                 - तद्भव 
                   बादल                   - देशज 













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